तो आइए सुनते हैं हनुमान चालीसा. हनुमान चालीसा लाय सजीवन लखन जियाये। श्रीरघुवीर हरषि उर लाये॥ तुम्हरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दु�
तो आइए सुनते हैं हनुमान चालीसा. हनुमान चालीसा लाय सजीवन लखन जियाये। श्रीरघुवीर हरषि उर लाये॥ तुम्हरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दु�